बिहार, यूपी सहित पूरे देश में छठ पूजा (Chhath Puja 2019) धूमधाम से मनाई जाती है। यह महापर्व दिवाली के 6 दिनों बाद आता है। सादगी और पवित्रता के मेल के साथ छठ पूजा मनाई जाती है। छठ पूजा (Chhath Puja 2019 Songs) जन-मानस द्धारा सामान्य रीति रिवाजों के रंग में रंगी यह उपासना की पद्धति है। इस मौके पर छठी मईया का गीत न हो, ऐसा बिल्कुल नहीं हो सकता। बिहार की मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा (Sharda Sinha) ने छठ मईया के लिए कई मशहूर गीत गाए हैं। इसलिए ही तो शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला भी कहा जाता है।
लोक गायिका शारदा सिन्हा (Sharda Sinha Chhath Geet ) द्वारा गाए गए छठी मईया के गीतों में से सबसे बेहतरीन गीत के बारे में हम आपको बताएंगे। छठ पूजा के दिन इन गीतों को सुनकर और गा कर भक्ति भाव में डूबा जा सकता है। महापर्व छठ पूजा के दिन छठ घाट पर बने पंडाल में खूब चाव से शारदा सिन्हा की छठी मईया गीत सुने जाते हैं। शारदा सिन्हा का एक गीत केलवा के पात पर उगे न सुरुज देव…बहुत ही मशहूर है। इस गीत को व्रत रहने वाली हर महिला जरूर सुनती है या फिर गाती है।
छठ पर्व के बारे में माना जाता है कि यह पर्व संतान सुख प्रदान करने वाला है। इस पर्व की एक कथा के अनुसार सूर्य की बहन षष्ठी देवी नवजात बच्चों की रक्षा करती है। इसलिए माताएं इस पर्व को अपनी संतान की लंबी उम्र और उन्नति के लिए व्रत रखती हैं। छठ व्रत का संबंध सूर्य से भी है। सूर्य को प्राण का कारक और ब्रह्माण्ड में प्रत्यक्ष देवता माना जाता है। इनकी उर्जा से मौसम चक्र चलता है। इसलिए इनकी प्रसन्नता सृष्टि को बनाए रखने के लिए जरूरी है। इसलिए छठ पर्व पर सूर्य की पूजा होती है।
छठ पूजा के केंद्र में वेद, पुराण जैसे धर्म के अनुसार पूजा नहीं होता है। इसके केन्द्र में किसान और ग्रामीण जीवन होता है। इस त्योहार के लिए विशेष धन की जरूरत नहीं होती है और ना ही किसी पुरोहित की। छठ पूजा आस-पड़ोस के लोग आपस में सहयोग करके करते है। छठ पूजा के दिन लोगों के बीच काफी उत्साह का माहौल रहता है। यह सामान्य तौर पर ग्रामीण जनता के द्धारा अपने गमों के भुलाकर सेवा-भाव और भक्ति-भाव से किए गए सामूहिक कार्य का विराट और भव्य प्रदर्शन है।