एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा’ फिल्म के नए पोस्टर से राजकुमार हिरानी का नाम गायब, आखिर क्या है माजरा?

पापा बेटी अनिल कपूर Anil Kapoor और सोनम कपूर Sonam Kapoor एक साथ बड़े पर्दे पर नजर आने वाले हैं, फिल्म के नए पोस्टर में राजकुमार हिरानी का नाम नदारत दिखा था।

एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा फिल्म के पोस्टर।

बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनम कपूर की फिल्म एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा (Ek Ladki Ko Dekha Toh Aisa Laga) 1 फरवरी को सिनेमाघरों में धूम मचाने के लिए तैयार हैं। ऐसा पहली बार होगा जब पापा बेटी अनिल कपूर (Anil Kapoor) और सोनम कपूर (Sonam Kapoor) एक साथ बड़े पर्दे पर नजर आएंगे।

इस फिल्म को विधु विनोद चोपड़ा (Vinod Chopra) और राजकुमार हिरानी (Rajkumar Hirani) ने प्रोड्यूस किया है। लेकिन अभी हालिया में रिलीज हुए पोस्टर में प्रोड्यूसर की जगह राजकुमार हिरानी का नाम गायब है। फिल्म का नया पोस्टर फिल्म के ट्रेलर के बाद रिलीज किया गया है। शेयर किए पोस्टर में फिल्म प्रोड्यूयर की जगह सिर्फ विधु विनोद चोपड़ा (Vidhu Vinod Chopra) का नाम ही शामिल है। हालांकि ये कहना थोड़ा मुश्किल है कि किसी गलती के चलते ऐसा हुआ है। या नाम हटाने के पीछे कोई वजह है।

वहीं इस फिल्म के एक पोस्टर में सोनम कपूर और राजकुमार राव नजर उलटे नजर आ रहे हैं। इस फिल्म को पोस्टर बिलकुल अलग थीम पर बनाया गया है। पोस्टर के जरीए फिल्म निर्माताओं ने एक स्मार्ट मूव्स पेश किए हैं। इस फिल्म में सोनम कपूर के एक ऐसे किरदार के बारें में दिखाया गया जो अपने बचपन से ही शादी करने के सपने देखती हैं।

देखिए फिल्म के पोस्टर में अंतर…

फिल्म में सोनम कपूर (Sonam Kapoor)का नाम स्वीटी होता है। फिल्म में साहिल मिर्जा के किरदार की एंट्री होती है जिस किरदार का अभिनय राजकुमार राव (Rajkumar Hirani) निभा रहे हैं। फिल्म में साहिल राइटर और निर्देशक दोनों ही हैं। स्वीटी के पापा स्वीटी के शादी के लिए काफी परेशान रहते हैं। लेकिन स्वीटी लाख कोशिशों के बाद भी शादी नहीं कर पाती हैं। स्वीटी एक ऐसे राज को छुपाती है जो उसकी जिंदगी से जुड़ा हुआ होता है। वो कौन सा राज होता है जो स्वीटी को छुपाना पड़ता है ये जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी। वेल आपको ये खबर कैसी लगी हमें नीचें कमेंट्स करके जरूर बताएं।

देखिए फिल्म का ट्रेलर…

देखिए फिल्म से जुड़े अन्य पोस्टर…

कविता सिंह :विवाह के लिए 36 गुण होते हैं, ऐसा फ़िल्मों में दिखाते हैं, पर लिखने के लिए 36 गुण भी कम हैं। पर लेखन के लिए थोड़े बहुत गुण तो है हीं। बाकी उम्र के साथ-साथ आ जायेंगे।